Current Date

उत्तरकाशी: भाजपा ने किया 6 साल के लिए निष्कासित, अब भाजपा प्रत्याशी को हराया

Authored by: Bhupendra Panwar
|
Published on: 14 August 2025, 4:37 pm IST
Advertisement
Subscribe
उत्तरकाशी: भाजपा की बागी अंशिका जगूड़ी ने दर्ज की शानदार जीत, पार्टी को लगा बड़ा झटका

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में आज हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष के चुनाव ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। भाजपा से निष्कासित बागी उम्मीदवार अंशिका जगूड़ी ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी दीपेंद्र कोहली को करारी शिकस्त देकर उपाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाया। इस जीत ने भाजपा को बड़ा झटका दिया है, क्योंकि महज दो दिन पहले ही पार्टी ने अंशिका को अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने पर निष्कासित कर दिया था।

यह भी पढ़ें – उत्तरकाशी: किशनपुर गांव में जलजनित बीमारियों पर क्षेत्र पंचायत सदस्य ने उठाई आवाज

भाजपा ने पार्टी से किया निष्कासित

उत्तराखंड में हाल ही में संपन्न त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में अंशिका जगूड़ी ने फोल्ड (महिला) वार्ड से जिला पंचायत सदस्य के रूप में जीत दर्ज की थी। इसी तरह, दीपेंद्र कोहली ने भी अपने वार्ड से सदस्य चुने जाने में सफलता पाई। लेकिन उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने दीपेंद्र कोहली को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया। अंशिका जगूड़ी ने पार्टी के इस फैसले को चुनौती देते हुए स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया, जिसके चलते भाजपा ने उन्हें दो दिन पहले निष्कासित कर दिया।

उत्तरकाशी जिला पंचायत उपाध्यक्ष का चुनाव आज जिला मुख्यालय में संपन्न हुआ। चुनाव परिणामों के अनुसार, अंशिका जगूड़ी को कुल 19 वोट मिले, जबकि भाजपा के घोषित उम्मीदवार दीपेंद्र कोहली को केवल 9 वोटों से संतोष करना पड़ा। उत्तरकाशी जिला पंचायत में कुल सदस्यों की संख्या को देखते हुए यह मतदान स्पष्ट रूप से अंशिका के पक्ष में रहा, जो पार्टी की अनुशासनहीनता के बावजूद सदस्यों का समर्थन हासिल करने में सफल रहीं।

About the Author
Bhupendra Panwar
Bhupendra Singh Panwar is a dedicated journalist reporting on local news from Uttarakhand. With deep roots in the region, he provides timely, accurate, and trustworthy coverage of events impacting the people and communities of Uttarakhand. His work focuses on delivering verified news that meets high editorial standards and serves the public interest.
अगला लेख