बिहार की मशहूर लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने आज एक बड़ा राजनीतिक कदम उठाया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता ले ली है। यह खबर बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए चर्चा का विषय बन गई है। मैथिली, जो अपनी मधुर आवाज और मैथिली लोकगीतों से लाखों दिलों की धड़कन हैं, अब राजनीति के मैदान में कदम रखने को तैयार दिख रही हैं।
मैथिली ठाकुर ने थामा बीजेपी का दामन
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पटना में मैथिली को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। पार्टी कार्यालय में एक स्वागत समारोह भी आयोजित किया गया, जहां कई अन्य लोग भी बीजेपी में शामिल हुए। मैथिली ने इस मौके पर कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य चुनाव लड़ना नहीं है, बल्कि देश और बिहार के विकास में योगदान देना है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों से प्रभावित होने की बात कही।
मैथिली ठाकुर का परिचय
बिहार के दरभंगा जिले की रहने वाली मैथिली ठाकुर की लोकप्रियता पूरे बिहार में फैली हुई है। सोशल मीडिया पर उनके गाने वायरल होते रहते हैं। अब सवाल उठ रहा है कि क्या वे अलीनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी? मैथिली ने स्पष्ट कहा, “पार्टी जो कहेगी, वैसा ही करूंगी। चुनाव मेरा लक्ष्य नहीं, सेवा का मौका है
चुनाव लड़ सकती मैथिली ठाकुर
यह प्रवेश बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। एनडीए गठबंधन पहले से ही मजबूत स्थिति में है, और मैथिली जैसी कलाकार की मौजूदगी युवाओं को आकर्षित कर सकती है। बिहार चुनाव में सांस्कृतिक चेहरों का महत्व हमेशा से रहा है, और मैथिली का यह फैसला एनडीए के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
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मैथिली के प्रशंसक खुश हैं कि उनकी पसंदीदा गायिका अब सामाजिक बदलाव के लिए आगे आ रही हैं। एक तरफ जहां वे स्टेज पर अपनी कला से लोगों को जोड़ती हैं, वहीं अब राजनीति में भी अपनी आवाज बुलंद करेंगी। बिहार की सियासत में यह नया अध्याय रोचक होने वाला है। क्या मैथिली चुनावी गीत गाएंगी या नीतियों पर बहस करेंगी? आने वाले दिनों में सब साफ हो जाएगा।