Uttarkashi News: उत्तरकाशी जिले में दस दिनों से लापता डिजिटल मीडिया पत्रकार राजीव प्रताप का शव रविवार को जोशियाड़ा बैराज की झील में मिला था। 18 सितंबर को गंगोत्री क्षेत्र से लापता हुए राजीव की मौत की वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सीने और पेट की आंतरिक चोटें बताई गई है। जिले की एसपी सरिता डोभाल ने मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिए इस मामले पर अपना बयान जारी कर विवादों को शांत करने की कोशिश की।
राजीव प्रताप (उम्र 35 वर्ष) उत्तरकाशी के एक प्रमुख डिजिटल न्यूज पोर्टल Delhi Uttarakhand live से जुड़े थे। वे 18 सितंबर की शाम गंगोत्री क्षेत्र में रिपोर्टिंग के सिलसिले में थे, जब वे अचानक लापता हो गए। उनके परिवार ने अगले दिन 19 सितंबर को स्थानीय पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें स्थानीय प्रशासन, SDRF और स्थानीय लोगों की मदद ली गई। 28 सितंबर को जोशियाड़ा बैराज के पास झील में उनका शव मिला, जो दुर्घटना स्थल से करीब 5 किमी मीटर दूर था।
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परिवार का आरोप- मिल रही थी धमकियां
मामले में एक नया मोड़ तब आया जब राजीव की पत्नी ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि उनके पति को उत्तरकाशी के एक अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने के कारण धमकियां मिल रही थीं। पत्नी ने दावा किया कि उनके पास एक वीडियो है, जिसे डिलीट करने के लिए राजीव को धमकी दी गई थी। इस आरोप ने सोशल मीडिया पर खूब बहस छेड़ दी, जहां कुछ लोग इसे साजिश बता रहे थे। पुलिस ने इन धमकियों की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई नाम सामने नहीं आया है।
राजीव प्रताप की पोस्टमार्टम रिपोर्ट
एसपी सरिता डोभाल ने मंगलवार को एक वीडियो संदेश जारी कर मामले की पूरी जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, “पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह सीने और पेट की आंतरिक चोटें पाई गई हैं।
राजीव के परिवार ने कुछ तथ्य दिए हैं, जिनकी जांच चल रही है।” एसपी ने आगे बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चला है कि 18 सितंबर की रात करीब 11:39 बजे राजीव अपने दोस्तों के साथ गंगोरी की ओर जा रहे थे। फुटेज में वे अपने दोस्त की कार अकेले चला रहे दिखे। अगले दिन दुर्घटना स्थल पर उनकी कार मिली, जिसके बाद से सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया।
एसपी ने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर चिंता जताई और कहा, “हम लगातार जांच कर रहे हैं। परिवार के सहयोग से सभी पहलुओं पर रोशनी डाली जा रही है।” राजीव के परिवार ने भी पुलिस के साथ सहयोग का भरोसा जताया है। फिलहाल, पुलिस दुर्घटना की परिस्थितियों और धमकियों के स्रोत की गहन जांच में जुटी है।