उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIMS) द्वारा देश में पहली हेली एंबुलेंस सेवा शुरू की है और अब इसका टोल फ्री नंबर भी जारी कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था शुभारंभ
आपको बता दें कि देश की पहली हेली एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 29 अक्टूबर को वर्चुअल माध्यम से किया था। यह सेवा दुर्गम और दुरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले गंभीर रोगियों के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहेगी। इस सेवा का लाभ उठाने के लिए संबंधित क्षेत्र के जिलाधिकारी या मुख्य चिकित्साधिकारी से संपर्क किया जा सकता है।
हेली एंबुलेंस सेवा का टोल फ्री नंबर जारी
ऋषिकेश एम्स द्वारा अब हेली एंबुलेंस सेवा का टोल फ्री नंबर 180018044278 और WhatsApp नंबर 9084670331 जारी किया है। जरुरतमंद व्यक्ति टोल-फ्री नम्बर पर काल कर इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा मरीज की आवश्यक जानकारी WhatsApp पर भेजी जा सकती है। जिसके बाद प्राथमिकता के आधार पर रोगी तक हेली एंबुलेंस सेवा भेजी जाएगी। बता दें कि यह योजना सेवा संजीवनी योजना के तहत संचालित हो रही है।
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पहाड़ी क्षेत्रों के लिए संजीवनी
उत्तराखंड एक विभिन्न भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है। आज भी राज्य के कई क्षेत्र सड़क मार्ग से नहीं जुड़े हैं। लिहाजा मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को डंडी-कंडी का सहारा लेना पड़ता है। आज दिन सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो देखें जाते हैं। ऐसे में हेली एंबुलेंस सेवा पहाड़ी जिलों उत्तरकाशी, चमोली तथा पिथौरागढ़ के लिए संजीवनी साबित हो सकती है।
इन जिलों में खराब मौसम और दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण समय पर इलाज नहीं मिलने से मरीज की मौत हो जाती है। ऐसे में इस हेली सेवा के माध्यम से गंभीर मरीजों को कम समय में जल्द इलाज उपलब्ध हो पाएगा। केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से संचालित यह योजना उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा में बदलाव लाने को तैयार हैं।
कई मरीजों को पहुंचाया सुरक्षित
एम्स ऋषिकेश द्वारा शुरू की गई यह पहल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के लिए राहत की खबर है। शुभारंभ के बाद अभी तक इस सेवा ने की मरीजों की जान बचाई।