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9 साल पहले राहुल गांधी ने की थी GST पर 18% कैप की मांग, अब मोदी सरकार ने की अमल में लाने की घोषणा

Authored by: Bhupendra Panwar
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Published on: 15 August 2025, 9:01 pm IST
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9 साल पहले राहुल गांधी ने की थी GST पर 18% कैप की मांग, अब मोदी सरकार ने की अमल में लाने की घोषणा

कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का एक पुराना ट्वीट आज फिर सुर्खियों में है। 18 अक्टूबर 2016 को राहुल गांधी ने जीएसटी काउंसिल की बैठक के दौरान ट्वीट कर जीएसटी दर पर 18% की कैप लगाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि यह सभी के हित में है, खासकर गरीबों के लिए, क्योंकि जीएसटी अमीर-गरीब दोनों पर समान रूप से असर डालता है। अब, 9 साल बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए जीएसटी में बड़े सुधार की घोषणा की है, जिसमें टैक्स स्लैब को सरल बनाकर 5-28% की मौजूदा दरों को दो स्लैब में बदलने का ऐलान शामिल है। इससे अधिकतम टैक्स दर 18% तक सीमित हो सकती है, जो राहुल गांधी की उस पुरानी मांग से मेल खाती है।

राहुल गांधी ने GST पर 18% की मांग

राहुल गांधी के 2016 के ट्वीट में लिखा था: “जीएसटी काउंसिल आज अपनी चर्चा शुरू कर रही है, मैं फिर जोर देकर कहना चाहता हूं कि जीएसटी दर पर 18% की कैप सभी के हित में है।” उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस 2005 से ही एक ऐसा जीएसटी चाहती है जो उद्योग और व्यापार के अनुकूल हो, लेकिन आम आदमी, खासकर गरीबों के लिए मुद्रास्फीति न बढ़ाए। “जीएसटी दर 18% या इससे कम रखें ताकि गरीबों पर अनावश्यक बोझ न पड़े,” उन्होंने आग्रह किया था। उस समय जीएसटी बिल पर चर्चा हो रही थी, और कांग्रेस ने उच्च दरों का विरोध किया था। हालांकि, 2017 में जीएसटी लागू होने पर दरें 5%, 12%, 18% और 28% तक रखी गईं, जिसे विपक्ष ने ‘गब्बर सिंह टैक्स’ करार दिया।

स्वतंत्रता दिवस पर मोदी सरकार की घोषणा

आज, 79वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने अपने सबसे लंबे 103 मिनट के भाषण में कहा, “इस दिवाली मैं आपको डबल दिवाली बनाने जा रहा हूं। पिछले 8 सालों में हमने जीएसटी में बड़ा सुधार किया है। अब हम नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी सुधार ला रहे हैं। इससे पूरे देश में टैक्स का बोझ कम होगा।” वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, मौजूदा 5-28% दरों को दो स्लैब में बदला जाएगा, जो आम आदमी के लिए रोजमर्रा की वस्तुओं को सस्ता करेगा और एमएसएमई को फायदा पहुंचाएगा। Citi के एक विश्लेषण के मुताबिक, अधिकतर वस्तुओं को 5% और कुछ को 18% स्लैब में शिफ्ट किया जा सकता है, जिससे राजस्व में 500 अरब रुपये की कमी आ सकती है, लेकिन घरेलू खपत बढ़ेगी।

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राहुल गांधी की पुरानी पोस्ट वायरल

इस घोषणा के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर राहुल गांधी के पुराने ट्वीट को फिर से शेयर किया जा रहा है। कई यूजर्स ने राहुल को ‘विजनरी’ बताया। एक यूजर @SurrbhiM ने लिखा, “राहुल गांधी द GOAT” (ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम)। एक अन्य @thispodcastguy ने कहा, “राहुल भैया फिर सही साबित हो रहे हैं।” @Sohom03 ने ट्वीट किया, “यह आदमी भारत की समस्याओं का अंतिम समाधान है। कोई भी उन जितना विजनरी नहीं है।” ये प्रतिक्रियाएं दर्शाती हैं कि विपक्ष की लंबे समय से चली आ रही मांग अब सरकार द्वारा मानी जा रही है।

विपक्ष ने इस घोषणा का स्वागत किया है, लेकिन कहा है कि यह देर से आया है। राहुल गांधी ने हाल के महीनों में जीएसटी को ‘आर्थिक अन्याय का हथियार’ बताते हुए हमला किया था, दावा किया था कि यह कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाता है जबकि छोटे व्यापारियों और रोजगार को नुकसान पहुंचाता है। अन्य विपक्षी नेता जैसे ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और तेजस्वी यादव ने भी जीएसटी और बेरोजगारी पर मोदी सरकार को घेरा था। पीएम मोदी की घोषणा को विपक्ष की आलोचना को कुंद करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।

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Bhupendra Panwar
Bhupendra Singh Panwar is a dedicated journalist reporting on local news from Uttarakhand. With deep roots in the region, he provides timely, accurate, and trustworthy coverage of events impacting the people and communities of Uttarakhand. His work focuses on delivering verified news that meets high editorial standards and serves the public interest.
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