दुबई में फंसा उत्तराखंड का युवक: पाकिस्तानियों ने छीना पासपोर्ट, पुलिस बनी मसीहा

भारत द्वारा सिंधु जल संधि (#IndusWaterTreaty) को रद्द करने के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने का असर अब आम लोगों पर भी दिखने लगा है। उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के किच्छा निवासी विशाल को दुबई में उनके पाकिस्तानी सहकर्मियों ने प्रताड़ित किया। उन्हें पीने का पानी तक नहीं दिया गया और उनका पासपोर्ट भी छीन लिया गया। लेकिन उत्तराखंड पुलिस की त्वरित कार्रवाई से विशाल को सुरक्षित वापस लाया गया।

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विशाल, जो राधेश्याम के बेटे हैं, काशीपुर के मोहल्ला अलीखान निवासी एजेंट समीर के जरिए दुबई काम करने गए थे। वहां उनके साथ काम करने वाले पाकिस्तानी युवकों ने उनके साथ अमानवीय व्यवहार शुरू कर दिया। विशाल को न केवल पानी से वंचित रखा गया, बल्कि उन्हें तरह-तरह से परेशान किया गया। इस वजह से उनकी सेहत बिगड़ने लगी और वह घर लौटने के लिए छटपटाने लगे।

परिवार ने पुलिस से मांगी मदद

जब विशाल की हालत गंभीर हो गई, तो उनके परिवार ने उत्तराखंड पुलिस से मदद मांगी। परिवार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ऊधम सिंह नगर, मणिकांत मिश्रा को इस मामले की जानकारी दी। एसएसपी ने बिना देरी किए कार्रवाई शुरू की और एजेंट समीर पर दबाव बनाया कि वह विशाल को तुरंत भारत वापस भेजे। पुलिस के इस प्रयास से विशाल 14 मई 2025 को सुरक्षित भारत लौट आए और अपने परिवार से मिल पाए।

पुलिस की भूमिका और परिवार की राहत

विशाल के परिवार ने उत्तराखंड पुलिस और एसएसपी मणिकांत मिश्रा की जमकर तारीफ की। विशाल की मां ने कहा, “हम अपने बेटे को खोने की कगार पर थे, लेकिन पुलिस ने उसे वापस लाकर हमारी जिंदगी में खुशियां लौटा दीं।” इस घटना ने उत्तराखंड पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता को एक बार फिर साबित किया है।

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