उत्तराखंड सरकार की इस स्कीम से किसानों को मिला फायदा, चिकन-मटन से 5 महीनों में कमाए 2.6 करोड़

उत्तराखंड सरकार की एक योजना ने सीमावर्ती इलाकों में रह रहे किसानों की किस्मत बदल डाली और इस योजना के तहत सिर्फ पांच महीनों में मटन-चिकन और मछली बेचकर 2.6 करोड़ रुपए कमाए। आखिर यह स्कीम क्या है और आप इसके लिए कैसे आवेदन कर सकते यह हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे।
सीमावर्ती किसानों को मिलेगा फायदा
बीते वर्ष उत्तराखंड के पशुपालन विभाग ने एक स्कीम शुरू की। जिसके तहत उत्तराखंड के किसान /पशुपालक आईटीबीपी के साथ कॉन्ट्रैक्ट कर उन्हें सीधा मुर्गा, बकरी और मछली इत्यादि बेच सकते हैं।
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पिछले वर्ष 30 अक्टूबर 2024 को उत्तराखंड के पशुपालन विभाग और आईटीबीपी के बीच इस स्कीम को लेकर समझौते पत्र पर हस्ताक्षर हुए। इस योजना के शुरू होने से पहले ITBP को मटन चिकन और मछली की सप्लाई क लिए बड़े शहरों पर निर्भर रहना पड़ता था लेकिन उत्तराखंड सरकार की इस योजना के बाद ITBP जवानों को ताजा खाना मिल रहा और सीमावर्ती किसानों को भी अच्छा खासा फायदा मिल रहा।
ऐसे करें इस योजना के लिए आवेदन
बता दे कि यह योजना उत्तराखंड के सीमावर्ती जनपद पिथौरागढ़ चमोली उत्तरकाशी और चंपावत जिलों में लागू है। इन जिलों में रहने वाले पशुपालक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। और ना ही इस योजना से जुड़ने के लिए आपको किसी बिचौलिए की जरूरत है स्थानीय पशुपालक पशुपालन विभाग और सहकारी समितियों या FOOD PRODUCTION OFFICE के माध्यम से इस योजना से जुड़ सकते हैं । इस योजना के तहत पशुपालक को उनका पैसा सीधे खाते में आता है।
उत्तराखंड किसानों ने कमाएं 2.6 करोड़
इस स्कीम के शुरू होने के महज पांच महीनों में किसानों को लखपति बना डाला। इस योजना के शुरुआती चरण में उत्तराखंड के चार जिलों के 253 किसानों ने ITBP को चिकन-मटन मछली बेचकर 2.6 करोड़ रुपए की कमाई की। इस योजना के परिणामों से उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी काफी खुश हैं।