उत्तराखंड में बेरोजगारी और सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। राज्य के अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने रविवार को ग्रेजुएट लेवल की भर्ती परीक्षा आयोजित की थी, लेकिन परीक्षा शुरू होते ही पेपर लीक का शक जताया गया। यह आरोप राज्य बेरोजगार संघ ने लगाया है, जो परीक्षा की निष्पक्षता पर सीधा सवाल खड़ा करता है।
UKSSSC परीक्षा का पेपर लीक
बेरोजगार संघ के मुताबिक, परीक्षा के बीच में ही सुबह करीब 11:30 बजे उनके पास पूरा प्रश्न पत्र पहुंच गया था। परीक्षा का समय अभी समाप्त भी नहीं हुआ था, जो साफ बताता है कि पेपर पहले से ही बाहर हो चुका था। संघ ने आगे बताया कि परीक्षा खत्म होने के बाद जब आधिकारिक प्रश्न पत्र से तुलना की गई, तो पाया गया कि सारे सवाल पहले से ही लीक हो चुके थे। इससे न सिर्फ परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं, बल्कि आयोग की साख भी दांव पर लग गई है।
बॉबी पंवार हिरासत में
इस मामले के सामने आने के तुरंत बाद बेरोजगार संघ के पूर्व अध्यक्ष बॉबी पंवार को हरिद्वार में एक कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें भेल सेक्टर-4 के क्राइम इन्वेस्टिगेशन यूनिट (CIU) ऑफिस ले जाया गया, जहां पुलिस और CIU की टीम उनसे सवाल-जवाब कर रही है। ऑफिस के बाहर बॉबी पंवार के समर्थकों की भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस ने अभी तक हिरासत का कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह पेपर लीक मामले से जुड़ा हो सकता है।
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आयोग का विवादों से नाता
UKSSSC की परीक्षाएं पहले भी कई बार पेपर लीक और अनियमितताओं के आरोपों में फंसी रही हैं। पिछले कुछ सालों में आयोग की कई भर्ती परीक्षाओं पर इसी तरह के दावे सामने आ चुके हैं, जिससे इसकी विश्वसनीयता पर पहले से ही सवाल बने हुए हैं। बेरोजगार संघ का यह नया आरोप भर्ती प्रक्रिया की पूरी व्यवस्था पर भरोसे को और कमजोर करने वाला है।
अभी तक आयोग या प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। बेरोजगार संघ ने मांग की है कि परीक्षा रद्द की जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। मामला गरमाता जा रहा है, और आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।