उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा में कथित पेपर लीक के आरोपों पर सियासत गरमाई हुई है। पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा विधायक खजान दास ने इसे धामी सरकार के खिलाफ विपक्ष की सुनियोजित साजिश करार देते हुए सख्त लहजे में कहा कि ऐसा कोई पेपर लीक नहीं हुआ। उन्होंने चेतावनी दी कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाएगा, चाहे वे कितने भी बड़े क्यों न हों।
पेपर लीक पर विधायक खजाना दास
विधायक खजान दास ने सोमवार को जारी एक वीडियो बयान में कहा, “यह धामी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र है। तीन पन्नों का स्क्रीनशॉट खींचकर वायरल किया गया, जो बेहद चिंताजनक है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी थी और यह अफवाहें फैलाने की कोशिश मात्र है। दास ने जोर देकर कहा, “हमारी सरकार का नकल विरोधी कानून अपना काम कर रहा है। कोई भी इसे पचा नहीं पा रहा, इसलिए ऐसी साजिशें रची जा रही हैं।
खजान दास ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को बदनाम करने की ये कोशिशें कभी सफल नहीं होंगी। “विपक्ष के ये सपने कभी पूरे नहीं होंगे। जल्द ही वे सलाखों के पीछे होंगे,” उन्होंने कहा। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ करते हुए बताया कि राज्य सरकार ने 30,000 से अधिक युवाओं को नौकरियां दी हैं और युवाओं की चिंता सरकार का प्राथमिकता है। दास ने पूर्व के पेपर लीक मामलों का हवाला देते हुए कहा कि पहले भी दोषियों को जेल भेजा गया है और इस बार भी ऐसा ही होगा।
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यह बयान UKSSSC की भर्ती परीक्षा से जुड़े विवाद के बीच आया है, जहां कुछ अभ्यर्थियों ने पेपर लीक का आरोप लगाया था। विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है, लेकिन भाजपा नेताओं का कहना है कि यह राजनीतिक स्टंट है। खजान दास के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है और कई यूजर्स ने इसे वायरल कर दिया है।