उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक गंभीर और शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक निजी स्कूल के शिक्षक पर 12वीं कक्षा की 17 वर्षीय छात्रा से दुष्कर्म का आरोप लगा है।
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मीडिया रिपोर्टों के अनुसार छात्रा तीन माह की गर्भवती है, जिसका खुलासा 15 मई को जिला अस्पताल में चेकअप के दौरान हुआ। उस दिन स्कूल में प्रार्थना सभा के दौरान छात्रा को चक्कर आने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने गर्भावस्था की पुष्टि की।
जांच में पता चला कि स्कूल के एक शिक्षक ने छात्रा को दुष्कर्म का शिकार बनाया। इस मामले ने पिछले दो दिनों से जिले में खासी चर्चा बटोरी है, लेकिन स्कूल प्रबंधन, प्रधानाचार्य और स्टाफ इस पर चुप्पी साधे हुए हैं और मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, आरोपी शिक्षक को स्कूल से हटा दिया गया है, लेकिन अभी तक परिजनों ने पुलिस में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
बाल विकास, उत्तरकाशी की जिला कार्यक्रम अधिकारी यशोदा बिष्ट ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी लोगों से मिली है, लेकिन कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी), उत्तरकाशी की अध्यक्षा पुष्पा चौहान ने कहा कि यह मामला शुक्रवार शाम को उनके संज्ञान में आया और पूरे शहर में इसकी चर्चा है। समिति के सदस्य स्कूल प्रबंधन और परिजनों से जानकारी जुटाने में लगे हैं, लेकिन दोनों पक्ष जानकारी देने से बच रहे हैं।
सीडब्ल्यूसी ने सोमवार को स्कूल में जाकर मामले की तहकीकात करने और आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का फैसला किया है। यह मामला न केवल शिक्षा जगत के लिए शर्मनाक है, बल्कि समाज में नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े करता है।