उत्तराखंड साइबर पुलिस ने जारी की साइबर सावधानी सलाह, सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले ध्यान दें

उत्तराखंड साइबर पुलिस ने आज एक महत्वपूर्ण साइबर सलाह जारी की है, जिसमें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और जानकारी साझा करने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

इस सलाह को उत्तराखंड साइबर पुलिस ने अपने आधिकारिक X हैंडल (@UKCyberPolice) पर साझा किया है, ताकि आम जनता को साइबर अपराधों से बचाया जा सके।

क्या करें (DOs):

  • केवल आधिकारिक जानकारी साझा करें: हमेशा सरकारी स्रोतों, आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स या मान्यता प्राप्त एजेंसियों से प्राप्त जानकारी ही साझा करें।
  • समाचार की सत्यता जांच करें: किसी भी फोटो, वीडियो या समाचार को साझा करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच करें।
  • फर्जी खबरों की रिपोर्ट करें: संदिग्ध पोस्ट या आंकड़ों की तुरंत रिपोर्ट करें और संबंधित एजेंसियों को सूचित करें। सोचें, फिर पोस्ट करें: कुछ भी पोस्ट करने से पहले उसके प्रभाव और विश्वसनीयता पर विचार करें।

क्या न करें (DON’Ts)

  • संवेदनशील जानकारी साझा न करें: सेना की गतिविधियों या तैनाती की जानकारी साझा न करें।
  • असत्यापित सूचनाएं फॉरवर्ड न करें: ऐसी जानकारी जो अनजाने में फर्जी खबरों को बढ़ावा दे सकती हो, उसे साझा न करें।
  • अज्ञात बैंक खातों में पैसे न भेजें: केवल सरकारी या विश्वसनीय स्रोतों से सत्यापित राहत कोष में ही योगदान दें।
  • अज्ञात लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें: इनमें वायरस या स्पाइवेयर हो सकता है। अज्ञात ऐप्स डाउनलोड न करें: खासकर अनधिकृत स्रोतों से डाउनलोड करने से बचें।

साइबर अपराध से बचाव के लिए सुझाव

उत्तराखंड साइबर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपने साथ होने वाली किसी भी साइबर धोखाधड़ी की शिकायत तुरंत करें। राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।

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साइबर पुलिस की अपील

उत्तराखंड साइबर पुलिस ने कहा, “सोशल मीडिया पर कुछ भी साझा करने से पहले सावधानी बरतें। गलत या असत्यापित जानकारी साझा करना न केवल आपके लिए बल्कि समाज के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। आइए, साइबर अपराधों के खिलाफ मिलकर लड़ें और जागरूकता फैलाएं।”

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