उत्तराखंड की पवित्र चार धाम यात्रा, जिसमें बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शामिल हैं, एक बार फिर शुरू हो गई है। भारी बारिश और खराब मौसम के कारण यह यात्रा 5 सितंबर तक स्थगित कर दी गई थी। लेकिन अब मौसम में सुधार के साथ पंजीकरण और यात्रा का संचालन पुनः शुरू हो गया है। अगर आप भी इस यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं पूरी डिटेल्स।
इसलिए रोकी गई थी यात्रा
उत्तराखंड में मानसून के दौरान भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा रहता है। इस साल भी मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया था, जिसके चलते गढ़वाल मंडल आयुक्त ने चार धाम यात्रा और हेमकुंड साहिब यात्रा को 5 सितंबर तक रोकने का फैसला लिया। हर साल जून से सितंबर तक यात्रा की रफ्तार धीमी रहती है, लेकिन इस बार करीब 10 हजार श्रद्धालु रोजाना दर्शन कर रहे थे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया, ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके।
आज से चारधाम यात्रा शुरू
6 सितंबर से चार धाम यात्रा का संचालन फिर से शुरू हो गया है। पंजीकरण प्रक्रिया भी खोल दी गई है, जिससे श्रद्धालु अब ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि मानसून खत्म होने के बाद सितंबर से यात्रा पूरी तरह सुचारू हो जाएगी। इसके अलावा, 15 सितंबर से दो धामों के लिए हेली सेवा भी फिर से शुरू हो रही है, जिसकी बुकिंग ऑनलाइन या ऑफलाइन की जा सकती है।
इस तरह करें पंजीकरण
चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। आप दो तरीकों से यह कर सकते हैं। ध्यान रखें, बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा पर जाना मना है, और इससे जुड़े नियम सख्त हैं।
ऑनलाइन पंजीकरण: उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर जाकर आधार कार्ड के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करें। इस साल मार्च से ही ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हो गई थी।
ऑफलाइन पंजीकरण: हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर जैसे स्थानों पर काउंटर उपलब्ध हैं। अगर आपने पहले रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, तो अब जल्दी करें।
चार धाम यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव भी कराती है। इस साल अब तक 42 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। अगर आप योजना बना रहे हैं, तो जल्दी पंजीकरण कराएं और सुरक्षित यात्रा का आनंद लें। अधिक जानकारी के लिए सरकारी वेबसाइट चेक करें।