उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड ने एक बार फिर राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। तीन साल पुराने इस मामले में नए खुलासे और वायरल ऑडियो-वीडियो ने सियासी पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया है। इसी क्रम में यमकेश्वर की पूर्व जिला पंचायत सदस्य और भाजपा नेत्री आरती गौड़ ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सरकार से मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
अंकिता भंडारी के मामले में भाजपा नेत्री ने दिया इस्तीफा
भाजपा नेत्री आरती गौड़ ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को संबोधित अपना इस्तीफा पत्र सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में न्याय नहीं मिला है और कई सवाल अनुत्तरित हैं। गौड़ ने आरोप लगाया कि मामले में बड़े लोगों की संलिप्तता की आशंका है, इसलिए निष्पक्ष जांच जरूरी है।
पूर्व भाजपा विधायक की पत्नी का वीडियो वायरल
यह विवाद तब तेज हुआ जब भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी उर्मिला सनावर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में महिला ने दावा किया कि हत्याकांड में एक ‘वीआईपी’ व्यक्ति की भूमिका है और कुछ प्रभावशाली लोग मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हुई, जिसमें कथित तौर पर बड़े नेताओं का जिक्र है। हालांकि, सुरेश राठौर ने इन ऑडियो को फर्जी और एआई जनरेटेड बताया है और इसकी फोरेंसिक जांच की मांग की है।
कांग्रेस ने इस मौके को लपकते हुए केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला बोला है। उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की अदालत की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सबूत छिपाने और आरोपियों को बचाने की कोशिश की है। गोदियाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे व्यक्तिगत हस्तक्षेप कर जांच कराएं। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द सीबीआई जांच नहीं हुई तो गढ़वाल क्षेत्र में बड़े आंदोलन किए जाएंगे।
