पिथौरागढ़: सेना भर्ती के लिए आए युवाओं की मदद के लिए आगे आए पहाड़ के लोग
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में सेना भर्ती के लिए आए युवाओं की मदद के लिए स्थानीय लोग आगे आए। किसी ने इन युवाओं को आश्रय दिया तो किसी ने लंगर लगाकर उन्हें भोजन उपलब्ध कराया।
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उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में आयोजित सेवा की भर्ती रैली में युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बढ़ते से पहले रैली में पहुंचने वाली भीड़ का अंदाजा ना लगाया जा सका जिसकी वजह से रहने खाने की व्यवस्था उचित नहीं हो पाई। हजारों की तादाद में पहुंची भीड़ की व्यवस्था करने में सिस्टम के पसीने छूट गए। पिथौरागढ़ नगर के सभी होटल फूल हो गए थे जिसकी वजह से युवाओं को रात ठंड में गुजरनी पड़ी।
सेना भर्ती के लिए आए युवाओं की परेशानी देख हर किसी का दिल पसीज उठा। पूर्व सैनिक संगठन और RSS ने युवाओं के लिए अलग-अलग स्थान पर भोजन की व्यवस्था की। किसी दुकान की शटर के बरामदे में सोने के लिए जगह ढूंढ रहे कई युवकों के लिए पूर्व सैनिकों ने अपने घरों में बिस्तर लगाकर उनके सोने की व्यवस्था की।
देवराज सिंह ने जाजरदेवल में करीब 60 से अधिक युवाओं के लिए बिस्तर की व्यवस्था की। हरीश उप्रेती में 12 युवाओं के रहने से लेकर खाने की व्यवस्था की। गिरधर सिंह खनका ने 10 युवकों को अपने घर में ठहराया। कैप्टन भूपेंद्र ने अपने घर और आंगन में कई युवाओं के लिए आराम की व्यवस्था की।
पिछले दो दिनों से पूर्व सैनिक रघुवर सिंह सुबह 4:00 बजे निशुल्क चाय पिला रहे हैं। बुधवार को भी पूर्व सैनिक ने युवाओं के लिए भोजन की व्यवस्था की और करीब 4000 युवाओं को दिन कब भोजन कराया। पूर्व सैनिक संगठन के उपाध्यक्ष मयूख भट्ट ने कहा कि बेरोजगार युवा अभी उनके बच्चों की तरह है और इसी का ध्यान रखते हुए संगठन की ओर से व्यवस्था की गई।