बीते बुधवार को उत्तराखंड सचिवालय के वरिष्ठ IAS आर मीनाक्षी सुंदरम ने बॉबी पंवार समेत दो अन्य युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। वहीं इस मामले में बॉबी पंवार का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है और वह केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार से जबाब चाहते थे।
यह है पूरा मामला
दरअसल बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार उत्तराखंड सचिवालय में वरिष्ठ IAS आर मीनाक्षी सुंदरम से मिलने गए थे। आरोप है कि बॉबी पंवार और उनके दो अन्य साथी सचिव से दुर्व्यवहार करने लगे और गाली-गलौच तथा जान से मारने की धमकी दी। इसी दौरान सचिव ने अपने वरिष्ठ निजी सचिव कपिल कुमार और अपर निजी सचिव अनूप डंगवाल को अंदर बुलाकर तीनों को बाहर भेजने के निर्देश दिए।
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जब दोनों उन्हें बाहर करने लगे तो बॉबी पंवार और उसके दोनों साथियों ने धक्का मुक्की शुरू कर दी और उन्हें सचिवालय के बाहर देखने की धमकी दी। यह भी आरोप लगाया गया कि बॉबी पंवार एक टेंडर के लिए दबाब बनाने सचिवालय पहुंचे थे। मीनाक्षी सुंदरम के स्टाफ द्वारा तीनो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। SSP अजय सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर कोतवाली शहर में मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बॉबी पंवार ने रखा अपना पक्ष
वहीं इस मामले में बेरोजगार संघ के अध्यक्ष का कहना है कि उनके द्वारा आर मीनाक्षी सुंदरम से एमडी यूपीसीएल के सेवा विस्तार के आदेश की कॉफी मांगी गई थी जिस पर सचिव द्वारा गलत शब्दावली का प्रयोग करते हुए कहा गया के राज्य में एक करोड़ 20 लाख लोग हैं। क्या हम हर किसी के सेवा विस्तार का आदेश देते फिरेंगे। पंवार ने कहा कि वह केवल और केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार से जवाब चाहते हैं और उन पर लगाए गए सारे आरोप बे बुनियाद है। जिसका सामना करने के लिए वह तैयार है।