उत्तरकाशी। पत्रकार राजीव प्रताप (Journalist Rajeev Pratap) बीती 18 सितंबर, 2025 से लापता चल रहे थे परिजनों ने काफी खोजबीन के बाद पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दी। सभी को आशा थी कि पत्रकार राजीव सकुशल वापस घर लोटेंगे लेकिन रविवार को तकरीबन 1 बजे उनका शव जोशियाडा बैराज में तैरता दिखा इसके बाद पुलिस ने शव को बैराज से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए उत्तरकाशी जिला अस्पताल पहुंचाया।
मिल रही थी पोस्ट डिलीट करने धमकियां
राजीव अपनी बेबाक रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते थे उन्होंने हाल ही में कई ऐसे सामाजिक मुद्दे उठाए जिनकी वजह से उन्हें फोन पर वीडियो डिलीट करने की धमकियां मिल रही थी। उनकी पत्नी ने बताया कि बीते कुछ दिनों से वह परेशान दिख रहे थे। परेशानी की वजह पूछने पर राजीव ने पत्नी मुस्कान को कहा कि उन्हें वीडियो डिलीट करने की धमकी मिल रही है। हालांकि उन्होंने यह धमकी किस व्यक्ति ने दी इसका जिक्र नहीं किया। इसके कुछ ही दिनों बाद वह लापता हो गए।
घटना की शाम मांगी पुलिस दोस्त की कार
जिस दिन पत्रकार राजीव प्रताप लापता हुए उन्होंने पुलिस लाइन से अपने एक दोस्त की कार ले गए। यह कार अगले दिन गंगोरी स्यूणा गांव के पास भागीरथी नदी के बीच दिखी। इसके बाद पुलिस और एनडीआरएफ ने 1-2 दिन सर्च अभियान चलाया लेकिन पुलिस को राजीव का सुराग नहीं मिला।
यह दुर्घटना है या किसी ने साजिश इसे लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्रकार की मौत पर शौक व्यक्त किया।






