क्रिकेट का जुनून तो आप जानते ही हैं, लेकिन जब बात महिला क्रिकेट की हो, तो वो अलग ही रोमांच जगाता है। घरेलू मैदान पर हो रही आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 में भारतीय शेरनियां धूम मचा रही हैं। 30 सितंबर से शुरू हुए इस टूर्नामेंट में अब तक का सफर ऐसा रहा है, जैसे कोई बॉलीवुड फिल्म, शुरुआत में जीत की चमक, बीच में थोड़ा ट्विस्ट, और अंत की ओर उम्मीदों का सैलाब। आज, फाइनल से बस एक कदम दूर, आइए जानते हैं इस वर्ल्ड कप की कहानी, जो हर भारतीय महिला क्रिकेट फैन के दिल को छू रही है।
शुरुआती सफर काफी कठिन रहा
टूर्नामेंट की शुरुआत ही भारतीय टीम ने धमाकेदार अंदाज में की। पहले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में हार्मिनप्रीत कौर की कप्तानी वाली भारतीयों ने 9 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। ओपनर स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने 100 रनों से ज्यादा की साझेदारी कर विरोधियों को धूल चटा दी। मंधाना का वो शतक (112 रन) तो देखते ही बन था। हर चौके पर स्टेडियम गूंज उठा।
फिर आया ऑस्ट्रेलिया वाला मैच। मेलबर्न की चैंपियन टीम को हराना आसान नहीं था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने कमाल कर दिया। दीप्ति शर्मा की लेग-स्पिन ने तीन विकेट चटकाए, जबकि झूलन गोस्वामी की वारिस रेणुका सिंह ने स्विंग से सबको हैरान कर दिया। 6 विकेट से मिली ये जीत टीम का कॉन्फिडेंस बढ़ा गई। ग्रुप स्टेज में भारत ने श्रीलंका और वेस्टइंडीज को भी आसानी से हरा दिया। अब तक 5 में से 4 मैच जीतकर भारत पॉइंट्स टेबल पर टॉप पर काबिज है।
हर कहानी में थोड़ा ड्रामा तो बनता है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत को 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। स्कोर 240 रन का था, लेकिन विरोधी टीम ने आखिरी ओवरों में शानदार रन चेज कर लिया। लेकिन हार से टीम टूटी नहीं, बल्कि सीखा। हार्मिनप्रीत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ये हार हमें सिखा रही है कि प्रेशर में कैसे खेलना है। हमारी लड़कियां रुकेंगी नहीं।”
भारतीय महिला क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंची
इस हार के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ सुपर लीग मैच में भारत ने कमबैक किया। स्मृति मंधाना ने फिर से फिफ्टी ठोकी, और फील्डिंग में सविता सिंह का वो डाइविंग कैच तो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अब सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ंत हुई और वहां भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने आस्ट्रेलियाई खिलाडियों के हौसले ध्वस्त करते हुए 5 विकेट से जीत दर्ज कर वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया।
सेमीफाइनल में जीत के साथ ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम का यह वर्ल्ड कप फाइनल है (पहला 2005 में था)। घरेलू फैंस की हौसला-अफजाई के बीच कोच अंपायरों की आंखों में चमक है। बीसीसीआई ने भी कहा है, “ये सिर्फ क्रिकेट नहीं, महिलाओं की ताकत की कहानी है। अब देखना यह होगा कि क्या इस बार भारत की लड़कियां फाइनल अपने नाम कर सकेगी या नहीं।






