उत्तरकाशी में आज इगास बग्वाल (बूढ़ी दिवाली) धूमधाम से मनाई गई। इगास बग्वाल उत्तराखंड की पहाड़ी संस्कृति और विरासत का जीता-जागता प्रतीक है, जिसे दिवाली के ठीक 11 दिन बाद उल्लास और समृद्धि की कामना के साथ मनाया जाता है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार भगवान राम के अयोध्या लौटने की खबर उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र में देर से पहुँची थी, इसलिए सच्ची दिवाली उसी खुशी में 11 दिन बाद मनाई जाती है।
उत्तरकाशी स्थित रामलीला मैदान प्रांगण में आयोजित इगास बग्वाल कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम प्रशांत आर्य ने किया।






