उत्तराखंड पर 80 हजार करोड़ का कर्जा, वायुसेना का भी 200 करोड़ बकाया
उत्तराखंड कर्ज के गर्त में डूबते ही जा रहा है। अलग राज्य गठन के बाद से अभी तक उत्तराखंड पर 80 हजार करोड़ का कर्ज है। जिसमें से 200 करोड़ वायु सेवा को भी देने है। हाल में ही वायुसेना द्वारा उत्तराखंड सरकार को तीन पत्र लिखकर सरकार को बकाया चुकाने की याद दिलाई।
वायुसेना का 200 करोड़
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड पर राज्य स्थापना से लेकर अब तक वायु सेवा का कुल 2 अरब 8 करोड़ 67 लाख 23 हजार 632 रुपए का बकाया है। वायु सेवा द्वारा उत्तराखंड सरकार से इस धनराशि को पाने की कई बार कोशिश की गई लेकिन अब तक राज्य सरकार यहां रकम नहीं लौट पाई। इसके बाद हाल में ही वायुसेना ने 27 अगस्त 2024, 18 सितंबर 2024 और 19 सितंबर 2024 को आपदा प्रबंधन विभाग को पत्र लिखकर 200 करोड़ की देनदारी की याद दिलाई।
केंद्र सरकार से माफ करवाने की कोशिश
वायु सेना का आपदा प्रबंधन विभाग के अलावा पर्यटन, लोक निर्माण विभाग, सैनिक कल्याण, सामान्य प्रशासन समिति कई अन्य विभागों पर भी बकाया है। ऐसे में वायुसेना के पत्र मिलने के बाद आपदा प्रवर्तन विभाग में इन विभागों को भी भुगतान के लिए कहा है। कोशिश या की जा रही कि आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े भुगतान को करते हुए बाकी रकम के लिए भारत सरकार से गुजारिश की जाए जिससे भारी भरकम राशि माफ हो सके।
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20 साल पुराने बिल
वायु सेना द्वारा जो बिल भेजे गए हैं उनमें से कई बिल तो बहुत पुराने हैं कुछ बिल 20 साल पुराने भी है ऐसे में सरकार उनके सत्यापन की कार्रवाई भी करने जा रही है जो कि आसान नहीं होगा। मौजूदा आंकड़ों की बात करें तो रात दिन बचाव कार्य के लिए उत्तराखंड प्रबंधन विभाग को 67 करोड रुपए देने थे जिनमें से 24 करोड रुपए का भुगतान कर दिया गया है। इसके बाद आपदा प्रबंधन विभाग को अब 43 करोड रुपए का भुगतान वायु सेवा को करना है।
उत्तराखंड पर 80 हजार करोड़ का कर्जा
उत्तराखंड सरकार पर ना केवल वायुसेना का 200 करोड रुपए का कर्ज हैं बल्कि उत्तराखंड पर 80 हजार करोड़ का कर्जा है। उत्तराखंड वित्त विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार अलग राज्य बनते समय उत्तराखंड पर 4500 करोड़ का कर्ज था जो अब बढ़ते बढ़ते 80 हजार करोड़ हो चुका है। लिहाजा सरकार अब इस कर्ज पर केंद्र से मदद लेने की कोशिश कर रही है।