Uttarakhand: अब सरकारी स्कूल के बच्चे सीखेंगे Robotics और फूड प्रोसेसिंग
Uttarakhand: राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अब आने वाले कुछ समय बाद सरकारी स्कूलों के छात्रों को कक्षा 9 से 12 तक रोबोटिक का कोर्स कराया जाएगा। सभी छात्र स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ भविष्य में क्या करना है यह भी तय कर सकेंगे। साथ ही बच्चों को जैम जेली और आइसक्रीम भी बनाना सिखाया जाएगा जो खाद्य पदार्थों के प्रसंस्करण के कार्यक्रम से जुड़ा हुआ है।
531 माध्यमिक स्कूलों में होंगे विशेष कोर्स
राज्य (Uttarakhand )के 531 माध्यमिक स्कूलों में आठ अलग-अलग ट्रेड में कक्षा 9 से ही छात्रों को विशेष कोर्स कराए जा रहे हैं। इनमें से 272 स्कूलों में रोजगार की पढ़ाई करने की अनुमति केंद्र सरकार ने दी है। ऐसा करने से सभी छात्र अपनी रूचि के अनुसार रोबोटिक एयरोस्पेस और एविएशन में भी विशेष कोर्स कर पाएंगे।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड मौसम विभाग: कल भारी बारिश के कारण इन जिलों के स्कूल रहेंगे बंद
खाद्य पदार्थों के प्रसंस्करण से जुड़ा होगा दूसरा कोर्स
खाद्य पदार्थों के प्रसंस्करण का मतलब है – खाद्य पदार्थों की प्रोसेसिंग करना। उदाहरण के लिए डेयरी उत्पाद बनाना, पैकेट बंद भोजन बनाना, पेय पदार्थ बनाना और सब्जियों की प्रोसेसिंग करना शामिल है। राज्य में खाद्य पदार्थों के प्रसंस्करण की संभावनाओं को नजर में रखते हुए विशेष खाद्य पदार्थों की प्रोसेसिंग से जुड़ा कोर्स भी शुरू किया जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसी सत्र से इसे शुरू करने की कोशिश की जा रही है। सरकार को इससे संबंधित प्रस्ताव भेज दिया गया है।
अन्य कोर्स हो रहे हैं संचालित
खुशी की बात यह है कि, रोबोटिक्स और खाद्य पदार्थों की प्रोसेसिंग के साथ-साथ अन्य कोर्स भी पहले से संचालित हो रहे हैं। इनमें ऑटोमोबाइल, आईटी, नर्सिंग, हॉस्पिटैबिलिटी, प्लंबर, कृषि, ब्यूटी एंड वैलनेस और रिटेल सर्विस कोर्स शामिल है।
सामान्य शिक्षा के साथ-साथ रोजगार परक शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जैसा कि विदेशों में देखने को मिलता है कि पढ़ने वाले बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ अपना भविष्य भी तय करते हैं। ऐसा ही कुछ राज्य सरकार भी करना चाहती है। जिसमें अब सभी बच्चे स्कूल के दौरान पढ़ाई के साथ-साथ अपनी भविष्य की राह भी तय कर सकेंगे। सभी अधिकारियों को मंजूर हुए वोकेशनल कोर्स जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य सरकार(Uttarakhand ) द्वारा सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए यह बेहद अच्छी पहल शुरू की गई है। ऐसा करने से पैसों के अभाव में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को अपने भविष्य को बेहतर करने में मदद मिलेगी।