उत्तरकाशी की घटना को पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने बताया पुलिस के नाकामी, कहा…
उत्तराखंड के सीमा जनपद उत्तरकाशी की घटना को लेकर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर उत्तरकाशी जगह पर इस तरह की नौबत क्यों आ रही है और यह किसकी विफलता है इस पर पुलिस को जरुर विचार करना चाहिए।
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जानिए पूरा मामला
बीते गुरुवार को संयुक्त सनातन धर्म रक्षक दल ने सीमांत जनपद उत्तरकाशी में मस्जिद के विरोध में महारैली का आयोजन किया था। इसी दौरान पुलिस ने भटवाड़ी रोड़ पर बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को आगे जाने से रोका तो प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया।
पुलिस और प्रशासन प्रदर्शनकारियों को मनाने में जुटे हुए थे कि अचानक पुलिस और प्रदर्शनकारियों पर पथराव शुरू हो गया। जिससे पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान कहीं पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी भी घायल हुए। उत्तरकाशी की घटना के बाद यमुना घाटी में भी आज बंद बुलाया गया और सारे प्रतिष्ठान बंद रखे गए।
पूर्व सीएम ने बताई पुलिस की विफलता
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार के वर्तमान सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तरकाशी की घटना के बारे में उन्होंने सोशल मीडिया पर पढ़ा। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं न हो उसके लिए पुलिस को सतर्क रहना होगा। यह घटना पुलिस की नाकामी को साबित करती है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर उत्तरकाशी जैसी जगहों पर इस तरह की नौबत क्यों आ रही है और यह किसकी विफलता है इस पर विचार जरूर करना चाहिए।
उत्तरकाशी में धारा 163 लागू
बता दें कि उत्तरकाशी में हुई इस घटना के बाद इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन द्वारा धारा 163 लागू की गई है। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि कुछ उपद्रवियों द्वारा पत्थर बाजी की गई, जिसकी जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद उपद्रवियों पर कार्रवाई की जाएगी।