उत्तराखंड में फिर शुरू हुआ ऑपरेशन स्माइल
उत्तराखंड से गुमशुदा हुए लोगों को अपने परिजनों से मिलने के लिए उत्तराखंड पुलिस एक बार फिर ऑपरेशन स्माइल मिशन शुरू कर रही है। इस मिशन के तहत पुलिस उन गुमशुदा लोगों को परिजनों से मिलती है जो अपनों से बिछड़ जाते हैं। उत्तराखंड पुलिस के इस मिशन की तारीफ केंद्रीय गृह मंत्रालय तक कर चुका है।
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साल 2015 से शुरू ऑपरेशन स्माइल
उत्तराखंड पुलिस द्वारा साल 2015 से गुमशुदा लोगों को खोजने के लिए ऑपरेशन स्माइल मिशन की शुरुआत की। अभी तक यह मिशन 13 बार चलाया जा चुका है। इस वर्ष की बात करें 1 मई से लेकर 30 जून तक यह मिशन चलाया गया था और इस दौरान पुलिस ने 1370 गुमशुदा लोगों को परिजनों से मिलाया।पुलिस द्वारा अभी तक इस मिशन के तहत 5981 गुमशुदा लोगों को ढूंढा जा चुका है। जिसमें 2951 बच्चे, 1721 महिलाएं और 1309 पुरुष शामिल हैं।
मिशन की कुछ खास बातें
- साल 2017 से गुमशुदाओं को ढूंढने के प्रयास किए जाएंगे।
- गुमशुदा के मिलने पर उनकी सुपुर्दगी नियमानुसार की जाएगी।
- बच्चों और महिलाओं से नियमानुसार पुछताछ की जाएगी।
- किसी अपराध के घटित होने पर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
- गुमशुदा का मिलान प्रदेश/सीमावर्ती राज्यों से बरामद लावारिश शवों से भी किया जाएगा।
- मिशन में नियुक्त टीमें अपने जनपद के अलावा अन्य जनपद के गुमशुदाओं की तलाश भी करेगी।
आपरेशन स्माइल की टीमें
आपरेशन स्माइल मिशन के लिए नैनीताल, उधमसिंह नगर, देहरादून हरिद्वार में पांच-पांच टीमें जबकि अन्य जनपदों में एक टीम बनाई जाएगी। सभी टीमों में एक उपनिरीक्षक और 4 आरक्षी रहेंगे साथ ही महिलाओं और बच्चों की पुछताछ के लिए टीम में एक महिला पुलिसकर्मी भी नियुक्त की गई है।