गौतम गंभीर की इस मनमानी की वजह से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मुंह की खाएगी टीम इंडिया, नहीं मान रहे रोहित-विराट की भी सलाह
Gautam Gambhir : गौतम गंभीर अपने सख्त फैसलों के लिए जाने जाते हैं। इसका उदाहरण उनके कोच बनने के बाद कई बार देखने को मिला है। लेकिन अब कोच ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसका खामियाजा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया की हार के रूप में भुगतना पड़ेगा। यानी पूरी संभावना है कि टीम इंडिया का पिछले एक दशक से चला आ रहा जीत का सिलसिला इस बार टूट सकता है। अब पहले आपको बताते हैं कि वो फैसला क्या है।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में Gautam Gambhir ने लिया ये अजीब फैसला
मालूम हो कि गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर के तौर पर शार्दुल ठाकुर की जगह नीतीश कुमार रेड्डी को चुना है। शार्दुल की जगह नीतीश को चुनने का गंभीर का फैसला बेहद अजीब है, जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नीतीश एक परफेक्ट चॉइस हैं। साथ ही उन्हें मौका देना भविष्य को दर्शाता है। लेकिन नीतीश को तरजीह देना और शार्दुल को नजरअंदाज करना गंभीर का अजीब फैसला है.
शार्दुल ठाकुर की जगह इस खिलाड़ी को मौका दिया गया
ऐसा इसलिए क्योंकि शार्दुल ठाकुर ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2021 में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। अपने दूसरे टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में तीन विकेट लिए थे। उन्होंने वॉशिंगटन सुंदर के साथ सातवें विकेट के लिए 123 रनों की साझेदारी की थी। उन्होंने 67 रन बनाए थे। दूसरी पारी में भी उन्होंने गेंद से घातक प्रदर्शन किया और चार विकेट लिए। विराट कोहली, रोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन और जसप्रीत बुमराह जैसे स्टार खिलाड़ियों के बिना भारत ने यह टेस्ट तीन विकेट से जीता था। इसके बावजूद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने शार्दुल की जगह नीतीश को मौका दिया।
नीतीश कुमार रेड्डी का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा
नीतीश कुमार रेड्डी के घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन पर नजर डालें तो यह कुछ खास नहीं है। नीतीश ने अब तक 23 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं। उन्होंने इस दौरान 779 रन बनाए हैं। नीतीश ने इस दौरान एक शतक और 2 अर्धशतक लगाए हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी मैचों में 56 विकेट भी लिए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एक मैच में 119 रन देकर 8 विकेट लेना रहा है।