सनी देओल की फ़िल्म आने वाले समय में ब्लॉक बस्टर साबित होती है या नहीं ये फ़िल्म के रिलीज़ के बाद ही साबित होगी।
मगर फ़िल्म इन दिनों सेंसर बोर्ड के हाथों अपने छटनी से गुजर रहा है
दरअसल फ़िल्म से जुड़ी कई सीन्स को हटाने की बात सामने आई है।
दंगे के दौरान दंगाइयों द्वारा लगाए जाने वाले 'हर हर महादेव' के नारों को फिल्म से हटा दिया गया है
फिल्म में 'तिरंगे' की जगह अब 'झंडे' शब्द सुनाई देगा और इसी से जुड़ा एक डायलॉग अब कुछ ऐसा सुनाई देगा 'हर झंडे को में रंग देंगे'.
गदर 2' में एक कोठे की पृष्ठभूमि में ठुमरी गायी जाती है जिसके बोल कुछ ऐसे हैं - 'बता दे सखी... गये शाम'... जिसे अब बदलकर 'बता दे पिया कहां बिताई शाम...' कर दिया गया है.
हिंसा और खून-खराबे के सीन्स के दौरान 'शिव तांडव' के श्लोक और शिव मंत्रों के उच्चरण को बदलकर बैकग्राउंड में आम तरह संगीत को बजाने की अनुमति दी है।