उत्तराखंड में विकास का दावा भले सरकारों द्वारा किया जाता है लेकिन जमीनी स्थिति कुछ और ही है। पहाड़ की बदहाली के वीडियो आए दिन सामने आते रहते हैं। ऐसे ही एक वीडियो नैनीताल जिले से सामने आ रहा जहां सड़क नहीं होने की वजह से ग्रामीण घायल महिला को डोली पर बिठाकर 5 किमी कंधों पर रखकर नजदीकी मोटर मार्ग तक लाए और फिर वाहन से 18 किमी दूर अस्पताल ले गए।
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जानकारी के अनुसार नैनीताल जनपद के ओखलकांडा स्थित सुनकोट गांव निवासी दीपा देवी घास काटने के दौरान चोटिल हो गई थी। स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि दीपा देवी पैदल भी नहीं चल पा रही थी और गांव सड़क मार्ग से जुड़ा नहीं होने की परिजनों की चिंता और बढ़ गई।
परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से घायल महिला को डोली में बैठकर 5 किमी पैदल ही उबड़-खाबड़ रास्तों और जंगलों से गुजरते हुए नजदीकी सड़क तक लाए और फिर प्राइवेट वाहन से 18 किमी दूर अस्पताल ले गए।
ग्रामीण कर रहे हैं सड़क की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से वह गांव की सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी मांग को अनसुना कर दिया जाता है। शासन-प्रशासन द्वारा झूठे वादे तो किए गए लेकिन धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ और गांव के हालत जस के तस है।
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