भारत में SIR लागू होते ही बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं की पहचान कर वापस बांग्लादेश भेजने की तैयारी है। फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से पहले पहचान पत्र आधार कार्ड बनाए इसके बाद धीरे-धीरे परिवार को राशन कार्ड से जोड़ा गया और धीरे धीरे घुसपैठ कर भारतीय नागरिकता प्राप्त कर चुके लोगों के राशन कार्ड और आधार कार्ड की जांच शुरू हो गई है।


