उत्तरकाशी: डामरीकरण के एक माह बाद ज्ञाणजा मोटर मार्ग पर उग आई घास, गुणवत्ता पर उठे सवाल
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर ज्ञाणजा मोटर मार्ग पर डामरीकरण के एक माह बाद ही घास और दूब उग आई।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित गांव ज्ञाणजा में सड़क पर डामरीकरण किया गया था और एक माह बाद ही ज्ञाणजा मोटर मार्ग पर घास आई है। इसके बाद से सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठने लग गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि विभाग ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- सीएम धामी ने थामी केदारनाथ उपचुनाव की कमान, निर्दलीय प्रत्याशी ने बढ़ाई मुश्किलें
बताते चलें कि काफी लंबे आंदोलन के बाद ज्ञाणजा गांव में सड़क निर्माण कार्य शुरू हुआ था लेकिन फिर किसी कारणवश सड़क निर्माण का कार्य रुक गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने फिर आंदोलन किया तो सड़क डामरीकरण शुरू हुआ लेकिन अब इस काम में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग की ऑफर से लापरवाही सामने आए हैं। हाल यह है कि ज्ञाणजा मोटर मार्ग पर डामर के ऊपर दूब और घास उगने लगी है। सड़क पर जो पहले मिट्टी और रोडी़ बिछाई गई थी उसमें भी विभाग की ओर से गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया।
गुणवत्ता को लेकर उठ रहे सवाल
ग्रामीणों द्वारा इस संबंध में जब विभागीय अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वहां पर डामर पर दूब और घास को समाप्त करने के लिए दवाई का छिड़काव किया जा रहा है। लेकिन एक माह में ही डामर पर दूब और घास उगने से डामर की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि डामरीकरण को लेकर विभाग की ओर से पूर्व से ही लापरवाही की गई है।
दवाई का किया गया छिड़काव
वहीं इस मामले में PMGSY के अधिकारियों का कहना है कि सड़क पर जो मिट्टी और रोड़ी बिछाई गई थी उसे काफी समय हो गया है। इसलिए घास और दूब को रोकने के लिए दवाई का छिड़काव किया गया है।