राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय नवागांव का वीडियो वायरल, नहीं पहुंच रहे शिक्षक
प्रतीकात्मक चित्र

शिक्षा का अधिकार कानून पूरे देश में लागू है। बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं भी लाती है लेकिन जब पढ़ाने वाले शिक्षक ही बच्चों के भविष्य सुधारने को लेकर प्रतिबद्ध नहीं होंगे तो शिक्षा में भला कैसे सुधार हो सकता है। ऐसे कई शिक्षक मिलेंगे जो छात्रों का भविष्य सुधारने में पूरी तरह से जुटे हुए हैं लेकिन चंद शिक्षक ना ही सही समय पर विधालय पहुंचते हैं, या फिर शराब के नशे में टून्न रहेंग। उत्तराखंड शिक्षा विभाग के कारनामे तो किसी से छिपे नहीं है। कभी पौड़ी, कभी रुद्रप्रयाग तो कभी उत्तरकाशी शिक्षकों के ऐसे वीडियो आए दिन वायरल होते रहते हैं। ऐसा ही एक वीडियो फिर उत्तरकाशी जिले का वायरल हो रहा, जहां राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय नवागांव भोजन माता के भरोसे चल रहा है।

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दरअसल सोशल मीडिया पर राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय नवागांव का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह स्कूल उत्तरकाशी जिले के डुंडा विकासखंड में स्थित है जहां बीते तीन दिनों से एक भी शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचा। शुक्रवार को जब अभिभावक स्कूल पहुंचे तो वहां कोई शिक्षक नहीं मिला। स्कूल में 6 छात्र-छात्राएं और भोजन माता मिली। जिसके बाद अभिभावकों ने छात्रों से बातचीत का वीडियो बनाया।

राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय नवागांव

वीडियो में आप देख सकते है कि स्कूली नौनिहालों का भाव आरोप है कि दो-तीन दिनों से शिक्षक स्कूल नहीं आ रहे और जब विद्यालय आते हैं तब भी वह शराब के नशे में रहते हैं और छात्र-छात्राओं से अभद्र भाषा में गाली-गलौज करते हैं। ऐसे में सवाल यह भी है कि जिन शिक्षकों के कंधों पर इन छात्रों का भविष्य सुधारने की जिम्मेदारी है यदि वहीं छात्रों का भविष्य बिगाड़ने का प्रयास करेंगे तो इन छात्रों के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा।