पहाड़ में जीवन यापन को लेकर कठिनाईयों का सामना करते हुए लोगों की परेशानियां पहाड़ की खूबसूरती के पीछे छिपे जाती है। आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है तो कहीं जंगली जानवरों का आतंक। ऐसी ही कहानी है उत्तरकाशी जनपद के अस्सी गंगा घाटी के नाल्ड गांव की, जहां पिछले एक माह से महिलाएं रात में पहरेदारी करने को मजबूर हैं।
यह भी पढ़ें- उत्तरकाशी: 14 वर्षीय किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म, किसी तरह भागी पीड़िता
उत्तरकाशी जिले के नाल्ड गांव में पिछले 1 माह से जंगली सूअरों की दहशत बनी हुई है। हालत या हो रखा है कि जंगली सूअरों के डर की वजह से ग्रामीण जंगल भी नहीं जा पा रहे हैं। बीते एक माह में जंगली सूअर तीन लोगों को घायल कर चुका है। वही रात को जंगली सूअरों की टोली ग्रामीणों के धान और आलू की खेती नष्ट कर रहे हैं। फसलों को बचाने के लिए गांव की महिलाएं समूह बनाकर रात में खाने के बाद खेतों में पहरेदारी कर रही है, साथ ही देर रात्रि थाली-कनस्तर बजाकर जंगली सूअरों को भगा रही है।