Uttarakhand Weather Alert: उत्तराखंड के लोगों के लिए एक बार फिर मौसम की चुनौती आने वाली है। राज्य के पहाड़ी इलाकों में तेज बारिश की आशंका जताई जा रही है, जो आम जीवन को प्रभावित कर सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, पौड़ी, बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जनपद में कुछ जगहों पर बरसात हो सकती है। मौसम पूर्वानुमान केंद्र देहरादून ने आज इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।
इसके अलावा, उत्तराखंड के अन्य जिलों में भी बादलों गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और मौसम के बदलते पैटर्न की वजह से पहाड़ों में ज्यादा बारिश हो रही है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में बरसात की गति थोड़ी कम हो गई है, लेकिन यहां भी पूरी तरह से रुकने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने बताया कि 17 सितंबर तक पूरे प्रदेश में कभी मध्यम तो कभी तेज बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। इससे किसानों, पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सचेत रहने की भी सलाह दी गई है।
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बारिश के चलते सड़कें बंद
भारी बारिश का असर अब सड़कों पर भी साफ दिखाई दे रहा है। मलबा गिरने से राज्य में कुल 177 रास्ते बंद हो गए हैं, जिनमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित जिला चमोली हैं, जहां 32 सड़कें बंद पड़ी हैं। वहीं टिहरी में 23, रुद्रप्रयाग में 25, उत्तरकाशी में 21, पौड़ी में 12, देहरादून में 16, पिथौरागढ़ में 18, अल्मोड़ा में 16, बागेश्वर और नैनीताल में 7-7 सड़कें प्रभावित हैं। यहां तक कि हरिद्वार में भी एक मुख्य मार्ग बंद है। जिससे लोगों आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ये बंद रास्ते यात्रियों के लिए मुसीबत बन रहे हैं। चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंच रहे पर्यटक खासतौर पर परेशान हैं। अधिकारियों का कहना है कि सफाई का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन लगातार बारिश से चुनौती बढ़ रही है। लोगों को सलाह है कि यात्रा से पहले मौसम की जानकारी लें और वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करें।
जलवायु परिवर्तन का बढ़ रहा असर
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, उत्तराखंड जैसे हिमालयी राज्य में बारिश का ये पैटर्न जलवायु परिवर्तन की देन है। ग्लेशियर पिघलने और मौसम की अनियमितता से बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं। राज्य सरकार और मौसम विभाग मिलकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर आप उत्तराखंड में रहते हैं या घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो मौसम ऐप्स और स्थानीय समाचारों पर नजर रखें।






