Uttarakhand Crime: दुष्कर्म और लूट जैसे मामलों में क्या है राज्य की स्थिति, पढ़ें
Uttarakhand Crime: उत्तराखंड में दुष्कर्म, डकैती और अपहरण समेत अन्य अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में आम जनता को यह जानना भी है जरूरी है कि उनके राज्य(Uttarakhand Crime) की वास्तविक स्थिति अपराधों के मायने में क्या है। उत्तराखंड में पिछले तीन सालों में हत्या, दुष्कर्म, चोरी लूट आदि अपराधों की जानकारी आरटीआई(RTI) के रूप में कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट को प्राप्त हुई है। यह जानकारी पुलिस मुख्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना से हुई है।
हत्या के अपराध हुए काम
साल 2021,2022 और 2023 तीन वर्ष के हत्या के अपराध में कमी आई है। साल 2021 में हत्या के 208 अपराध हुए थे, साल 2022 में 187 अपराध हुए थे। इसके बाद साल 2023 में यह अपराध 183 हो गए है।
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दहेज हत्या के अपराध में दिखी कमी
दहेज हत्या के वर्ष 2021 में 72 अपराध हुए थे। 2022 में घटकर 70 हो गए। इसके बाद साल 2023 में इनकी संख्या घटकर 48 हो गई। साथ ही हत्या के लिए अपहरण के साल 2021 में 04 अपराध हुए थे। इसके बाद साल 2022 में 02 और साल 2023 में कम होकर 01 ही रह गया है।
घटते-बढ़ते दिखे दुष्कर्म के मामले
साथ 2021 में दुष्कर्म के 534 मामले हुए थे। साल 2022 में मामले बढ़कर 867 हो गए। इसके बाद साल 2023 में मामले घटक 421 ही रह गए हैं।
डकैती जैसे अपराध में आई कमी
डकैती के साल 2021 में 14 मामले हुए थे। जो साल 2022 में बढ़कर 35 हो गए। पिछले साल 2021 में मामले घटकर 11 ही रह गए हैं। इसके अलावा अन्य आईपीसी अपराधों में भी भारी कमी देखने को मिली है। साल 2021 में 4,145 अपराध दर्ज हुए थे। इसके बाद साल 2022 में 3,204 रह गये है। साल 2023 में कम होकर 2,503 रह गये है।
पिछले वर्ष दाखिल की थी आरटीआई
काशीपुर के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से पिछले साल अपराध संबंधी जानकारी की मांग की थी। इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने पिछले तीन सालों में राज्य में हुए अपराधों की सूची प्रदान की है।