उत्तराखंड में सशक्त भू कानून की मांग शुरू से की जा रही है लेकिन पिछले दो वर्षों से यह मांग तेजी से उठने लगी है। जिसे लेकर प्रदेश के युवा सड़कों पर उतरकर भू कानून के साथ-साथ मूल निवास 1950 को लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे पूर्व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस मांग को जायज ठहराया था वहीं अब भाजपा के दो नेताओं ने इस पर अपनी राय दी है।
उत्तराखंड में सशक्त भू कानून तथा मूल निवास 1950 की मांग पर भाजपा के दो दिग्गज नेताओं तीरथ सिंह रावत और प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट के बयान सामने आए हैं। पूर्व सीएम तीर्थ रावत ने राज्य की अस्मिता को बचाने के लिए इसे जरूरी बताया जबकि प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कहा कि इस पर सरकार कार्य कर रही और जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा।
पौड़ी दौरे के दौरान पूर्व सीएम तीरथ रावत ने सशक्त भू कानून और मूल निवास को समर्थन देते हुए कहा कि यह राज्य के लिए अति महत्वपूर्ण है और जनता की मांग को पूरा करना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार से उन्हें उम्मीद है कि वह प्रदेश हित का ध्यान रखते हुए राज्य में जल्द ही भू कानून तथा मूल निवास को लागू करेगी।
वहीं राज्य सभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कहा कि सरकार इस मामले को लेकर काफी गंभीर है और इसके लिए गठित कमेटी बैठकें कर गंभीरता से चर्चा कर रही । जल्द ही इस पर कड़ी बड़ा निर्णय लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर इस मुद्दे को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया।