उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली किसी से छिपी हुई नहीं है। खासकर पहाड़ी क्षेत्रों के अधिकतर अस्पताल मात्र रेफर सेंटर बनकर रह गए हैं। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला अस्पताल से एक गर्भवती महिला को देहरादून के लिए रेफर किया गया था। करीब 7 किलोमीटर आगे पहुंचने पर महिला को प्रसव पीड़ा ज्यादा हुई तो 108 कर्मियों ने एंबुलेंस में ही महिला का प्रसव कराया। जहां महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य है ।
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जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी जनपद के विकासखंड भटवाड़ी के गोरशाली निवासी सुषमा को बीते बुधवार परिजन प्रसव पीड़ा के चलते जिला महिला अस्पताल में लाए थे। करीब 9:00 बजे अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ ने उन्हें प्रसव नहीं हो पाने की जानकारी दी और हायर सेंटर रेफर करने की बात कही। इसके बाद गर्भवती महिला को 108 के माध्यम से भेजा गया। जिला मुख्यालय से करीब 7 किमी दूर बंदर कोट रतूड़ीसेरा के पास महिला को प्रसव पीड़ा तेज होने लगी तो 108 कर्मियों ने उनका एंबुलेंस में सुरक्षित प्रसव कराया और महिला ने एक बेटी को जन्म दिया।
जिला अस्पताल बना रेफर सेंटर
बता दे की उत्तरकाशी जिला महिला मात्र रेफर सेंटर बनकर रह गया है। प्रतिदिन एक या दो गर्भवती महिलाओं को रेफर किया जाता है। दो दिन पूर्व डुड़ा विकासखंड की की एक महिला को प्रसव पीड़ा के चलते पहले सीएचसी डुड़ा ले जाया गया जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया और फिर शाम पांच बजे जिला अस्पताल से महिला को हायर सेंटर रेफर किया गया।