पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया है कि उन्हें 2020 के चुनावों के नतीजों के बाद कैपिटल हिल पर हुई हिंसा की जांच के दौरान गिरफ़्तार किया जा सकता है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि उन्हें रविवार रात को स्पेशल काउंसल जैक स्मिथ ने एक जांच के केंद्र में होने के बारे में सूचित किया है।
अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी वर्तमान में अमेरिका की राजधानी में हुई हिंसा की जांच कर रही है। ट्रंप ने बताया है कि उन्हें ग्रैंड जूरी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है और ‘इसका मतलब है कि या तो मुझे गिरफ़्तार कर लिया जाएगा या फिर मेरे खिलाफ अभियोग लगाए जाएंगे।’
ट्रंप के खिलाफ एक तीसरा अभियोग दर्ज किया गया है जिसमें उन्हें कथित आपराधिक कृत्यों का आरोप लगाया गया है। इस अभियोग में 37 आरोपों में से एक आरोप ‘गुप्त दस्तावेज़ों’ को गलत तरीके से संभालने का है। यह आरोप जून में पूर्व राष्ट्रपति पर स्पेशल काउंसिल जैक स्मिथ की टीम द्वारा लगाया गया था। इसके अलावा, ट्रंप के खिलाफ न्यूयॉर्क सिटी में भी एक मामला चल रहा है जिसमें उन्हें कारोबारी दस्तावेज़ों में झूठ बोलने का आरोप लगाया गया है।

गौरतलब है कि 2016 में हुए वयस्क फ़िल्म अभिनेत्री स्टॉर्मी डेनियल्स को भुगतान के मामले में भी ट्रंप के खिलाफ मामला चल रहा है। यह मामला अगले साल मार्च में सुनवाई के लिए आएगा। व्यापारिक दस्तावेज़ों के मामलों में भी ट्रंप के वकीलों ने आयोवा प्रांत के सेडार रैपिड्स में बोलते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने ताज़ा घटनाक्रम पर खीज ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा,
“मैं व्यवहारिक रूप से नहीं जानता था कि कि ये ग्रैंड जूरी या हाज़िरी आदेश या ये सब जो चल रहा है क्या है। अब मैं इनका विशेषज्ञ बन रहा हूं, मेरे पास कोई और विकल्प भी नहीं है। ये शर्मनाक़ है।”