फर्जीवाड़ा: गढ़वाल में नेपाल मूल का व्यक्ति बना सभासद, अनूसूचित जाति का बनाया फर्जी प्रमाण पत्र

उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल से फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए सभासद बनने का मामला सामने आया है और उसी प्रमाण पत्र के जरिए नेपाल मूल का व्यक्ति गांव में सभासद बन गया। जांच को बाद तहसीलदार ने नेपाली नागरिक का जाति प्रमाण पत्र निरस्त किया।
जानकारी के अनुसार पौड़ी गढ़वाल के कल्जीखाल ब्लॉक के ग्राम पंचायत बेड़गांव के तत्कालीन प्रधान ने वर्ष 2021 में तत्कालीन जिलाधिकारी को एक सभासद के नेपाली मूल के नागरिक होने को लेकर शिकायती पत्र सौंपा था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर प्रधान ने साल 2023 में जिलाधिकारी को आशीष चौहान से कार्रवाई की मांग की थी। जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को मामले की जांच सौंपी।
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जांच पड़ताल में यह खुलासा हुआ कि नेपाली मूल का व्यक्ति वीर बहादुर 1950-60 के दशक में पौड़ी गढ़वाल के बेड़गांव में आया था और 1977 में आवासीय परियोजना के तहत 1977 में भूमि का पट्टा आवंटित किया गया था। कुछ समय बाद वीर बहादुर ने सतपुली तहसील की एक युवती से शादी कर ली, जिसके बाद उसके परिवार के सदस्यों का नाम परिवार रजिस्टर में दर्ज हो गया और तब से सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठा रहा।
नेपाल मूल व्यक्ति बना सभासद
साल 2012 में वीर बहादुर के बेटे चंद्रमोहन ने अनूसूचित जाति का प्रमाण-पत्र बनाया और 2019 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में चंद्रमोहन बेड़गांव में अनूसूचित जाति आरक्षित सीट से निर्विरोध सभासद बन गया। ग्राम प्रधान की शिकायत पत्र तहसीलदार की जांच में अनूसूचित जाति प्रमाण पत्र प्रमाण पत्र फर्जी निकला साथ ही उक्त व्यक्ति ने इबटसन बंदोबस्त की की नकल भी जमा नहीं कराई थी। जिसके बाद तहसीलदार ने जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया और पंचायती राज विभाग ने एसडीएम सदर से उक्त व्यक्ति की सदस्यता निरस्त करने की संस्तुति की है।