उत्तराखंड: 56 साल बाद गांव पहुंचेगा शहीद नारायण सिंह का पार्थिव देह
हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रे में वर्ष 1986 में एएन-12 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें उत्तराखंड के चमोली जनपद के नारायण सिंह भी शामिल थे। हादसे के बाद से उनका कोई पता नहीं लग पाया था लेकिन 56 साल बाद वहां चार सैनिकों के अवशेष मिले। जिसमें शहीद नारायण सिंह का शव भी बरामद हुआ।
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चमोली जनपद के कोलपुडी़ के ग्राम प्रधान नारायण सिंह के भतीजे जयवीर सिंह के अनुसार सेना के अधिकारियों द्वारा सोमवार को शहीद नारायण सिंह के पहचान होने की सूचना दी गई। मृतक के जेब में मिले पर्स में एक कागज पर नारायण सिंह ग्राम कोलपुडी़ और बसंती देवी का नाम लिखा था और साथ ही वर्दी की नेम प्लेट पर उनका नाम अंकित था।
सेना के अधिकारियों के अनुसार बर्फ में लंबे होने की वजह से शव सुरक्षित था लेकिन बाहर निकालते ही शव गलने लगा जिसे सुरक्षित किया गया। इसके साथ ही उनका DNA सैंपल भी लिया गया। बताया जा रहा कि शहीद नारायण सिंह सेना के मेडिकल कोर में तैनात थे और गुरुवार तक उनका पार्थिव शव गांव तक पहुंचने की उम्मीद है।