Dragon Fruit Farming : उत्तराखंड के अनूप यूट्यूब से ड्रैगन फ्रूट की खेती सीख कर रहे तगड़ी कमाई

Dragon Fruit Farming : उत्तराखंड में बढ़ते पलायन को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि यहां के खेत-खलिहान बंजर ही रहने वाले हैं। लेकिन राज्य में कुछ ऐसे युवा भी मौजूद हैं, जो इस बात को पीछे छोड़ते हुए अपनी कड़ी मेहनत और लगन से इन्ही बंजर पड़े खेतों में सोना ऊगा रहे हैं। आपको बता दें उधमसिंह नगर, किच्छा के रहने वाले अनूप कुशवाहा पहले गेहूं की खेती किया करते थे। लेकिन उससे उनका कोई फायदा नहीं हो रहा था।
इसके बाद उन्होंने 2 साल पहले ड्रैगन फ्रूट की खेती (Dragon Fruit Farming) शुरू की और अब वह काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। इतना ही नहीं वह कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। अनूप ने यूट्यूब से ड्रैगन फ्रूट की खेती सीखी और इसके बाद वह हरियाणा और तेलंगाना गए। तेलंगाना से वह 2100 ड्रैगन फ्रूट के पौधे आये और उन्होंने सवा एकड़ खेत में पौधे लगाकर खेती शुरू की। आपको बता दें अनूप ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के साथ ही लोगों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।
Dragon Fruit Farming : पहले साल में 5 क्विंटल ड्रैगन फ्रूट की उपज
अनूप बताते हैं कि खेती के पहले साल में 5 क्विंटल ड्रैगन फ्रूट की उपज हुई थी और इसके अगले साल उन्होंने 70 क्विंटल ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन किया। आपको बता दें अब अनूप सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य लोगों को ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में जानकारी देते हैं। उनके पास फ़िलहाल 16000 पौधों का ऑर्डर है। जानकारी के लिए बता दें देश में ड्रैगन फ्रूट का आयात ताइवान से किया जाता है।
ऐसे में इसे भारत पहुंचने में 10 से 15 दिन और ग्राहकों तक पहुंचने में 3 से 5 दिन का अतिरिक्त समय लगता है। लेकिन अनूप के फार्म का फल अगले ही दिन लोगों तक पहुंच जाता है। उन्होंने बताया कि ताइवान की तुलना में यहां का ड्रैगन फ्रूट अधिक स्वादिष्ट है।