उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ अपराधिक गतिविधियों की पिछले कुछ दिनों से बाढ़ सी आ गई है। जो कहीं ना कहीं प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही। वहीं अब उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कही कि यदि किसी ने देवभूमि में बहन बेटियों के साय गलत करने की कोशिश की तो उसे बख्शा नही जाएगा।
उत्तराखंड के चमोली जनपद में नाबालिग से छेड़छाड़, सितारगंज में चार वर्षीय बालिका से दुष्कर्म या फिर देहरादून के पल्टन बाजार में दिन दहाड़े युवती से छेड़छाड़ का मामला हो इन सब अपराध के आरोपी एक विशेष समुदाय से आते हैं। चमोली जनपद में तो मामला सामने आते ही तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई थी। सीएम धामी की दखल के बाद ही यहां मामला शांत हो पाया, जबकि देहरादून के पल्टन बाजार में कारोबारियों द्वारा दुकान बंद रखने का ऐलान किया गया था। पुलिस द्वारा आश्वासन मिलने के बाद ही स्थानीय करोबारी दुकान खोलने को राजी हुए।
रुद्रप्रयाग में लगे बोर्ड
प्रदेश में महिला के खिलाफ बढ़ते अपराधों को देखते हुए ग्रामीण अब खुद सुरक्षा के उपाय अपनाते नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड के कई जिलों में रोहिंग्या मुसलमानों और घुसपैठियों को भगाने की मांग की जा रही जबकि रुद्रप्रयाग के कई गांवों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। पर्वतीय क्षेत्रों में समुदाय विशेष के बढते अपराधों की वजह से पहाड़ों में गुस्सा है।
उत्तराखंड में डोर टू डोर वेरीफिकेशन
वहीं उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी भी एक्शन मोड़ में नजर आ रहे हैं। प्रदेश में बढ़ती घटनाओं को देखते हुए धामी सरकार ने बड़े पैमाने पर राज्य में डोर टू डोर वेरीफिकेशन के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि में कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। कुछ लोग यहां सुनियोजित तरीके से लैड जिहाद और लव जिहाद जैसी घटनाओं में संलिप्त हैं। उन लोगों को यह आखिरी चेतावनी है कि यदि देवभूमि की बहन बेटियों के साथ गलत करने की कोशिश की गई तो उन्हें छोड़ेंगे नहीं और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।