उत्तराखंड: डीएम से झूठ बोलना पड़ा भारी, सर्विस पर लगा ब्रेक
चमोली में तैनात जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी द्वारा डीएम से झूठ बोलने पर सर्विस से ब्रेक लगा दिया।
उत्तराखंड के चमोली जनपद में तैनात जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी को डीएम से झूठ बोलना भारी पड़ गया। चमोली जिलाधिकारी ने अधिकारी पर कार्रवाई करते हुए उनकी एक दिन की सेवा पर ब्रेक लगा दिया। इसके अलावा विभाग के अन्य कर्मचारियों के ऊपर भी कार्रवाई की खबर है।
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जानकारी के अनुसार चमोली में तैनात जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी के ड्यूटी पर न होने की खबर चमोली जिलाधिकारी को मिली। इसके बाद जिलाधिकारी संदीप तिवारी द्वारा अपने स्तर पर DSO के लोकेशन की जानकारी जुटाई। इसके बाद जब जिला अधिकारी द्वारा डीएसओ को फोन करके उनकी लोकेशन पूछी तो उन्होंने डीएम से झूठ बोला कि वह गौचर मेले में उपस्थित है। इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा उन्हें डेढ़ घंटे के भीतर जिला मुख्यालय पहुंचने को कहा जिसे सुनकर DSO के हाथ-पांव फूल गए और उन्होंने सारी बात डीएम को बता दी।
गोचर में चल रहा मेला
बताते चलें कि इन दिनों चमोली जनपद में सात दिवसीय राज्य स्तरीय गौचर मेला चल रहा है। जिलाधिकारी चमोली द्वारा रोस्टर के अनुसार मेले में अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। ड्यूटी चेक करने पहुंचे एसडीएम कर्णप्रयाग संतोष पांडे ने डीएम को अवगत कराया कि जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी अपनी ड्यूटी से गायब हैं।
डीएम से झूठ बोला
जिलाधिकारी द्वारा जब DSO से उनकी लोकेशन पूछा तो उन्होंने स्वयं को गोचर मेले में उपस्थित होना बताया। इसके बाद जिलाधिकारी ने उन्हें आवश्यक कार्य की वजह से डेढ़ घंटे में जिला मुख्यालय पहुंचने को कहा लेकिन DSO तो देहरादून में उपस्थित थे तो मजबूरन उन्हें सारी बात जिलाधिकारी को बतानी पड़ी।
DSO ने बताया कि उच्च अधिकारियों बिना बताएं वह अपने घर देहरादून चले गए। अधिकारी की लापरवाही के चलते जिलाधिकारी नाराज हुए और उन्होंने DSO को कार्य दिवस पर अनुपस्थित पाए हुए उनकी एक दिन की सेवा पर तत्काल ब्रेक करने के आदेश जारी कर दिए। जिलाधिकारी के इस कार्रवाई के बाद काम चोरी करने वाले कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।