उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के बीच हरीश रावत ने फिर उठाया गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने का मुद्दा

उत्तराखंड में इन दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने का मुद्दा फिर से उठाकर सियासी माहौल गर्मा दिया है। हरीश रावत ने कहा कि अगर 2027 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सत्ता में आती है, तो गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थाई राजधानी बनाया जाएगा।
फिर उठा गैरसैंण राजधानी का मुद्दा
गैरसैंण में 19 से 22 अगस्त तक विधानसभा का मानसून सत्र होने जा रहा है। इस बीच हरीश रावत का गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने का बयान चर्चा का विषय बन गया है। रावत ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही गैरसैंण में विधानसभा भवन और बुनियादी सुविधाओं का निर्माण शुरू किया था। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड की समस्याओं जैसे पलायन, बेरोजगारी और असंतुलित विकास का हल गैरसैंण को राजधानी बनाकर ही निकाला जा सकता है। इसके लिए उत्तराखंडियत को अपनाना होगा।
नहीं मिला पूर्ण बहुमत
जब हरीश रावत से पूछा गया कि उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में गैरसैंण को राजधानी क्यों नहीं बनाया गया, तो उन्होंने कहा, “मुझे कभी पूर्ण बहुमत नहीं मिला। 2014 में जब मैं मुख्यमंत्री बना, तब 2013 की आपदा ने राज्य को तहस-नहस कर दिया था। अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी, जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय बहुत नीचे चली गई थी। उस वक्त मेरी सरकार ने पुनर्निर्माण और पुनर्वास पर ध्यान दिया। फिर भी, हमने गैरसैंण में विधानसभा भवन बनवाया और बुनियादी ढांचे के लिए काम शुरू किया।
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रावत ने कहा कि 2017 में कांग्रेस ने जनता से गैरसैंण को राजधानी बनाने का वादा किया था और 2022 तक इसे शिफ्ट करने की योजना थी, लेकिन जनता ने बीजेपी को चुन लिया। उन्होंने कहा, “जब जनता गैरसैंण को राजधानी बनाने के लिए कांग्रेस को वोट देगी, हम यह काम जरूर करेंगे।