पर्थ टेस्ट के बाद संन्यास का ऐलान कर देगा ये भारतीय खिलाड़ी, फिर कभी नहीं पहनेगा देश की जर्सी
टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) का पहला मुकाबला पर्थ के मैदान पर खेला जा रहा है। टीम इंडिया लगातार तीसरी बार ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जीत हासिल करना चाहेगी तो वहीं कई खिलाड़ियों का ये आखिरी दौरा साबित होगा। ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई टीम इंडिया के कई खिलाड़ियों की यह सीरीज आखिरी सीरीज साबित हो सकती है। खबरों की मानें तो एक खिलाड़ी तो पक्के तौर पर पर्थ टेस्ट के बाद ही संन्यास का ऐलान करता हुआ नजर आएगा….
यह भी पढ़िए- शमी-श्रेयस की एंट्री, तो ये 2 दिग्गज हुए बाहर, आखिरी 4 टेस्ट के लिए भारत की नई 15 सदस्यीय टीम का ऐलान
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) के लिए खेले जा रहे पर्थ टेस्ट के बाद टीम इंडिया का एक खिलाड़ी संन्यास लेते हुए नजर आने वाला है। इस खिलाड़ी का नाम है आर अश्विन। टीम इंडिया के दिग्गज स्पिन गेंदबाज आर अश्विन पर्थ टेस्ट के बाद संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। इस दौरे पर उनको टीम इंडिया में शामिल किया गया है लेकिन पहले टेस्ट से उनको प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिल पाई है।
आर अश्विन करेंगे संन्यास का ऐलान!
खबरों की मानें तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मुकाबले के बाद आर अश्विन संन्यास लेते हुए नजर आ सकते हैं। 38 साल के हो चुके आर अश्विन के प्रदर्शन और फिटनेस को देखते हुए कहा जा रहा है कि वो जल्द ही संन्यास का ऐलान कर देंगे। आर आश्विन बीते कई सालों के टीम इंडिया की टेस्ट टीम इंडिया का अहम हिस्सा रहे हैं, लेकिन बीते कुछ मैचों से फॉर्म उनका साथ नहीं दे रहा है।
वो खुद भी ऐसा बयान दे चुके हैं कि जैसे ही उन्हें लगेगा कि अब वो क्रिकेट में और योगदान नहीं दे सकते, उसी दिन रिटायरमेंट ले लेंगे। उनके इस बयान के बाद से ही इस बात की संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही वो क्रिकेट को अलविदा कह देंगे।
ऑस्ट्रेलिया में नहीं मिलेगा खेलने का मौका!
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) के पहले मुकाबले में आर अश्विन को प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिल पाई। इस दौरे पर होने वाले बाकी मुकाबलों में उनकी टीम इंडिया में जगह बन पाएगी या नहीं यह कहना थोड़ा मुश्किल होगा। ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर स्पिन गेंदबाजों का योगदान काफी कम माना जाता है और भारत अक्सर ऐसे ऑप्शन के साथ जाना पसंद करता है जो गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी भी कर सके। इसी के चलते अश्विन को इस दैरे पर खेलते हुए देख पाना मुश्किल ही नजर आ रहा है।
यह भी पढ़िए- रहाणे या पुजारा नहीं, बल्कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी 4 टेस्ट में इन 2 युवा बल्लेबाजों की होगी एंट्री