उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के 9 महीने में करीब सवा लाख वोटर बढ़े हैं। जिनमें सबसे ज्यादा संख्या मैदानी जिलों में है। सबसे अधिक मतदाता देहरादून और सबसे कम रुद्रप्रयाग जनपद में बढ़े हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में मतदाता सूची का ड्राफ्ट जारी करते हुए इस पर 28 नवंबर तक आपत्ति मांगी है। 6 जनवरी 2025 को अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी।
यह भी पढ़ें- UTET Answer Key 2024: इस तरह चैक करें आंसर-की, यह है आसान तरीका
सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता करते हुए अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बाद करीब सवा लाख वोटर बढ़े हैं। प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 83,71,700 हो गए। राज्य में 2,42,365 ने मतदाता जुड़े तो वहीं 1,14,088 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए। जिसके बाद प्रदेश में कुल 1,28,277 मतदाताओं की संख्या बढ़ी है।
बढ़े मतदाताओं का जिलेवार आंकड़े
जनपद | नए मतदाता |
देहरादून | 40,393 |
ऊधम सिंह नगर | 35,845 |
नैनीताल | 13,934 |
हरिद्वार | 21349 |
उत्तरकाशी | 555 |
रुद्रप्रयाग | 420 |
चमोली | 2294 |
टिहरी | 544 |
पौड़ी | 2298 |
पिथौरागढ़ | 4218 |
बागेश्वर | 2081 |
अल्मोडा़ | 1660 |
चंपावत | 2686 |
मतदेय स्थलों की संख्या भी बढ़ी
उत्तराखंड में मतदेय स्थलो की संख्या में भी इजाफा हुआ है। पहले जहां यह संख्या 11729 थी वहीं अब बढ़कर 11733 हो गई है। देहरादून में एक मतदेय स्थल को मर्ज किया गया और तीन मतदेय स्थल बढ़े हैं। वहीं हरिद्वार में दो मतदेय स्थल बढ़े हैं। देहरादून में सबसे ज्यादा 1882 मतदेय स्थल जबकि चंपावत में सबसे कम 344 मतदेय स्थल है।